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राजू श्रीवास्तव (Raju Srivastav) के परिवार सहित शुभचिंतकों को भी भरोसा था कि वह ठीक हो जाएंगे, लेकिन ऐसा नहीं हो सका। बुधवार को उन्हें दोबारा कार्डिएक अरेस्ट पड़ा जिसके बाद उनका निधन हो गया। राजू ने जिंदगी और मौत के बीच लंबी जंग लड़ी। पहला कार्डिएक अरेस्ट पड़ने के करीब 40 दिन तक वह मौत से लड़ते रहे। उनका एम्स में इलाज चल रहा था। राजू श्रीवास्तव की वाइफ शिखा का कहना है कि राजू सच्चे फाइटर थे। वहीं उनके भतीजे कौशल ने बताया कि कल तक उम्मीद थी कि राजू ठीक हो जाएंगे।
पत्नी बोली- सच्चे फाइटर थे राजू
राजू श्रीवास्तव की रिकवरी के लिए डॉक्टर जी-जान से जुटे थे इस बीच उन्हें दूसरा कार्डिएक अरेस्ट पड़ गया। वह करीब 40 दिन एम्स दिल्ली में भर्ती रहे। बुधवार सुबह 10 बजकर 20 मिनट पर उन्होंने आखिरी सांस ली। ईटाइम्स से बातचीत में राजू श्रीवास्तव की पत्नी शिखा ने कहा, मैं इस वक्त बात नहीं कर पा रही। मैं अब क्या कह सकती हूं? उन्होंने बहुत हिम्मत से ये लड़ाई लड़ी। मैं वाकई में उम्मीद और प्रार्थना कर रही थी कि वह ठीक हो जाएंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया। मैं बस यही कह सकती हूं कि वह सच्चे फाइटर थे।
इलाज के बीच पड़ा एक और कार्डिएक अरेस्ट
वहीं राजू श्रीवास्तव के भतीजे कौशल श्रीवास्तव ने बताया, दूसरे कार्डिएक अरेस्ट की वजह से उनका निधन हो गया। हमें कल तक भरोसा था कि सब कुछ ठीक हो जाएगा क्योंकि वह करीब दो महीने से इससे जंग लड़ रहे थे। ये भी पढ़ें: जब राजू श्रीवास्तव ने कहा था- ‘हंसते हुए मेरा अंतिम संस्कार करना’
कार्डिएक अरेस्ट से ब्रेन को हुआ था नुकसान
पहली बार कार्डिएक अरेस्ट पड़ने के बाद रिपोर्ट्स थीं कि कार्डिएक अरेस्ट पड़ने के बाद काफी देर तक राजू के ब्रेन को ऑक्सीजन नहीं मिल पाई थी। इस बीच उनके शरीर में हरकत होने की रिपोर्ट्स कई बार आईं। डॉक्टर्स ने कहा था कि वह ठीक हो जाएंगे लेकिन उन्हें वक्त लगेगा। इस बीच राजू को दोबारा कार्डिएक अरेस्ट पड़ गया।
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